सहभागी अनुश्रवण एवं मूल्यांकन (Participatory Monitoring and evaluation)
| dc.date.accessioned | 2025-04-23T10:11:44Z | |
| dc.date.available | 2025-04-23T10:11:44Z | |
| dc.date.issued | 0000 | |
| dc.description | यह पाठ परियोजनाओं के अनुश्रवण (Monitoring) और सहभागी मूल्यांकन (Participatory Evaluation) की प्रक्रिया, आवश्यकता, विधियाँ और प्रभाव पर केंद्रित है। इसमें बताया गया है कि किसी परियोजना की सफलता में अनुश्रवण की निरंतर प्रक्रिया और समुदाय की सहभागिता कैसे आवश्यक भूमिका निभाती है। | |
| dc.description.abstract | किसी भी परियोजना कार्यक्रम का लगातार अनुश्रवण परियोजना को सही दिशा प्रदान करने में मददगार साबित होता है। अनुश्रवण विधिवत एवं निरन्तर चलने वाली आकलन की वह प्रक्रिया है जिसमें कार्यक्रम/परियोजना की प्रगति का ज्ञान होता है। इसके माध्यम से किसी भी परियोजना / कार्यक्रम के मजबूत पक्षों एवं कमजोर पक्षों का आंकलन किया जा सकता है। इससे कार्यक्रम/परियोजनाओं में समयानुसार फेरबदल किया जा सकता है और कार्यक्रम/परियोजना की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है तथा वांछित परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। | |
| dc.identifier.uri | http://192.9.200.215:4000/handle/123456789/470 | |
| dc.language.iso | other | |
| dc.subject | अनुश्रवण | |
| dc.subject | सूचक | |
| dc.subject | सशक्तिकरण | |
| dc.subject | सूचना तंत्र | |
| dc.subject | सम्पदा वर्गीकरण | |
| dc.subject | स्वामित्व | |
| dc.title | सहभागी अनुश्रवण एवं मूल्यांकन (Participatory Monitoring and evaluation) | |
| dc.type | Article |
